शिक्षा सप्ताह 2024
>> अवधि 22 जुलाई 24 से 28 जुलाई 2024/ (5 अगस्त)
>> राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् के आदेश क्रमांक रास्कृशिप/जय/मीनीटरिंग/विविध/2023-24/ दिनांक: 20/07/2024
>> शिक्षा सप्ताह 2024विषय :- 22-28 जुलाई(5अगस्त) तक शिक्षा सप्ताह आयोजन के संबंध में। संदर्भ :- सचिव, भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के अशा. टीप क्रमांक 02-05/2024-IS.14 दिनांक 09.07.2024
>> उपर्युक्त विषयान्तर्गत संदर्भित पत्र के द्वारा आगामी 22-28 जुलाई तक प्रदेश भर के समस्त राजकीय विद्यालयों में शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाना है।
>>शिक्षा सप्ताह 2024 उद्देश्य >>
महत्वपूर्ण अवसर के क्रम में (Momentous Occasion to):-
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के चौथी वर्षगाठ के आयोजन के संबंध में।
समस्त राज्यों के मध्य सहयोग एवं नवाचार की भावना को विकसित करना।
- बेस्ट प्रैक्टिस को साझा करना तथा आगामी योजनाओं का निर्माण करना।
डेवाइज थीम >>
>>शिक्षा सप्ताह 2024 प्रथम दिवस- 22 जुलाई
(सोमवार)
>>शिक्षा सप्ताह 2024 प्रथम दिवस थीम -TLM (Teaching- Learning Material) Day
>>Foundational Stage
समग्र शिक्षा द्वारा उपलब्ध करवायी गयी टीएलएम सामग्री की प्रदर्शनी। माता-पिता/शिक्षक/विद्यार्थियों द्वारा स्थानीय या प्रासंगिक कहानी सुनाने की गतिविधियाँ करवाना।
आर्टकिट के माध्यम से अंगूठा चित्रकारी/हाथ चित्रकारी/छापा करवाना। अभिनय कार्य।
परम्परागत खेलकूद आयोजित किया जाना।
>> Preparatory Stage (Grades 3-4)
एबीएल किट में सुझायी गई गतिविधियों का आयोजन।
चित्र कार्डों के माध्यम से छोटी छोटी कहानियों का निर्माण करवाना।
जानवरों, पक्षियों आदि के मुखौटे बनाना और इन मुखौटों पर कोई रिकट
करवाना या कहानी बनवाना।
बच्चों से चिकनी मिट्टी/क्ले से खिलौनों का निर्माण करवाना।
जन्म दिवस के कार्ड बनवाना।
बालगीत, कविता एवं कहानियों।
परम्परागत खेलकूद आयोजित किया जाना।
>> Middle and Secondary (Grades 6-10)
खिलौना बनाना, कागज और बांस की डंडियों, मिट्टी जैसी स्थानीय सामग्री से
खिलौना बनवाना।
चार्ट/प्रोजेक्ट बनाना/पृथ्वी बत्ताओ, प्रदूषण, ग्रीनहाउस प्रभाव, जलवायु परिवर्तन
आदि विषयों पर प्रोजेक्ट या चार्ट तैयार करवाना।
वर्तमान या सामाजिक मुद्दों पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन-लिंगभेद, आईपीएल क्रिकेट, चुनाव, सोशल मीडिया, ऑनलाइन टीचिंग, पर्यावरण आदि
बालगीत, कविता एवं कहानियों
>> Senior Secondary (Grades 11-12)
पहेलियाँ / क्विज प्रतियोगिता / विज्ञान और गणित विषय आधारित ।
विषय वस्तु आधारित मॉडल और प्रोजेक्ट बनवाना।
वर्तमान या सामाजिक मुद्दों पर बाद-विवाद प्रतियोगिता चुनाव, सोशल मीडिया,
ऑनलाइन टीचिंग,
>>शिक्षा सप्ताह 2024 द्वितीय दिवस- 23 जुलाई
(मंगलवार)
>>शिक्षा सप्ताह 2024 द्वितीय दिवस थीम -FLN (Foundational Literacy and Numeracy)
>> • शिक्षक द्वारा कहानी पढ़ना और विभिन्न स्तरों पर सोचने वाले प्रश्नों के माध्यम से बच्चों के साथ चर्चा करना – जैसे कहानी किस बारे में थी, कहानी में क्या हुआ, कहानी को अपने शब्दों में सुनाएं, कहानी का शीर्षक बदलें, कहानी में किसी पात्र की जगह अगर आप होते तो क्या करते ? आदि।
- कक्षा में उपलब्ध विभिन्न आकृतियों की पहचान और सूचीकरण करवाना।
- अभिभावक, एसएमसी, शिक्षक, छात्रों को शामिल करने वाले आउटडोर गेम जैसे – कुर्सी दौड़, पोस्टर बनाना, चम्मच दौड़ आदि ।
- कला और शिल्प गतिविधियाँ बच्चों की कल्पना और रचनात्मकता को विकसित करने और माता-पिता/शिक्षकों को जागरूक करने के लिए कि पाठ्यक्रम में कला और शिल्प को एकीकृत करना FLN के लिए क्यों आवश्यक है।
- FLN लक्ष्यों और बच्चों की सीखने की अपेक्षाओं पर शिक्षक द्वारा माता-पिता, एसएमसी को सरल भाषा में उन्मुखीकरण।
- FLN आधारित खेल किसी भी वस्तु पर एक मिनट की बात, ताली के माध्यम से – उनके नाम पर ध्वनियों की गिनती, शब्दअंताक्षरी आदि।
>>शिक्षा सप्ताह 2024 तृतीय दिवस- 24 जुलाई
(बुधवार)
>>शिक्षा सप्ताह 2024 तृतीय दिवस थीम- Sports Day
>> खेल दिवस खेल और फिटनेस के महत्व को उजागर करने के लिए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करना।
शिक्षा सप्ताह का तीसरा खेल गतिविधियों को समर्पित किया गया है। एनईपी 2020 में स्कूल पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में खेल और खेल-एकीकृत शिक्षा के साथ-साथ फिटनेस को आजीवन दृष्टिकोण के रूप में अपनाने की परिकल्पना की गई है। खेल शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कल्याण को बढ़ावा देकर समग्र विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ संज्ञानात्मक क्षमताओं को भी बढ़ाता है।
खेल दिवस का उद्देश्य छात्रों के बुनियादी स्तर से ही खेल और फिटनेस के महत्व पर जोर देना है, खेलों के समानांतर स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देना, युवा मन में टीम भावना और अनुशासन की भावना पैदा करना, राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ाया देना, विद्यार्थियों की दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाना, छात्रों में गौरव, खेल कौशल और नैतिक व्यवहार का सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना है।
स्वदेशी खेलों का महत्व-
भारत की खेल संस्कृति हजारों साल पुरानी है. देश में अनगिनत खेल विकसित और खेले जाते हैं। शतरंज, साँप सीढी, ताश, रेसिंग, पोलो, खो-खो, लड्डू, लागोरी, गिल्लीडंडा, कंचे भारत में खेल के रूप में शुरू हुए और दुनिया को उपहार में दिए गए। प्राचीन काल से उत्पन्न आदिवासी खेलों से लेकर आधुनिक खेल जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल आदि शामिल हैं। राज्यों में संस्कृति और परंपरा के अनुसार कई स्वदेशी खेल खेले जा रहे हैं।
भारतीय 75 स्वदेशी लोकप्रिय खेल है:一
अंतर-पीढ़ीगत रिश्तों और जुड़ाय को बढ़ावा देना क्योंकि ये खेल पिछली पीढ़ियों द्वारा गर्व के साथ खेले जाते रहे हैं। सांस्कृतिक गौरव की भावना पैदा करना क्योंकि वे इस भूमि के इतिहास और दर्शन से
निकटता से जुड़े हुए हैं।
राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना क्योंकि उनमें से कई सदियों से विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों और नियमों के साथ खेले जाते रहे है।
इसलिए यह योजना बनाई गई है कि शिक्षा सप्ताह का तीसरा दिन देश के हर स्कूल में स्वदेशी खेलों को समर्पित होगा।
शिक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित खेल दिवस की गतिविधियाँ निम्नानुसार है:-
खेल दिवस कार्यक्रम प्रदान की गई 75 स्वदेशी खेलों की सूची में से स्वदेशी खेलों की गतिविधियों का आयोजन। छात्रों को स्थानीय संस्कृति से परिचित कराने के लिए स्थानीय स्वदेशी खेलों को शामिल करना।
खेल प्रतियोगिताएँ जहां भी संभव हो विभिन्न आउटडोर खेलों की प्रतियोगिता आयोजित की जाये अधिकतम भागीदारी के लिए इनका आयोजन उत्सवी माहौल में किया जाये तथा साथ ही भाग लेने वाले छात्रों की सुरक्षा का अच्छी तरह से ध्यान रखा जायें।
स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों, वास्तविक जीवन के रोलमॉडल, खेलजगत की प्रतिष्ठित हस्तियों को खेल प्रतियोगिता में आमंत्रित किया जावें। आयोजन में एसएमसी एवं स्कूल खेल समिति को शामिल किया जाए।
इस क्षेत्र में काम करने वाले नागरिक समाज संगठनों सहित माता-पिता और अन्य समुदाय, समावेशन खेल आयोजनों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को भी शामिल किया जायें।
शारीरिक शिक्षक का कार्य छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को स्वदेशी खेलों व इसके महत्य बारे में समझाना है।
>> शिक्षा सप्ताह 2024 चतुर्थ दिवस-25 जुलाई (गुरुवार)
>> शिक्षा सप्ताह 2024 चतुर्थ दिवस थीम –
Cultural day
>>विद्यार्थियों में व्यावसायिक शिक्षा का महत्व, उपयोगिता, रोजगार के अवसरों की उपलब्धता आदि की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रदान करने तथा व्यावसायिक शिक्षा के अध्ययन हेतु प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालयों में विभिन्न सेक्टर से सम्बन्धित विशेषज्ञ, स्थानीय कारीगर/आर्टिजन (जैसे-टू व्हीलर मैकेनिक, बढ़ई, हस्तकला कारीगर, मिट्टी के बर्तन व खिलौने आदि बनाने वाला कारीगर आदि), पार्लर / सैलून विशेषज्ञ, कुशल टेलर, सुक्ष्म सिंचाई से सम्बन्धित कृषि विशेषज्ञ इत्यादि को विद्यालय में आंमत्रित कर प्रर्दशनी के द्वारा विद्यार्थियों का कौशल विकसित किया जायेगा।
>> शिक्षा सप्ताह 2024 पंचम दिवस-26 जुलाई
(शुक्रवार)
>>शिक्षा सप्ताह 2024 पंचम दिवस थीम-Skilling and Digital day
>> 1. मिट्टी की करामात हम वर्षों से लगातार मिट्टी का उपयोग करते आये है और मिट्टी से अलग-अलग चीजे बना सकते है। मिट्टी से निर्माण करना एक कला है। मिट्टी के खिलौने बनाना, विद्यार्थियों को न केवल रचनात्मक और उपयोगी कौशल प्राप्त करने में मदद करता है बल्कि उन्हें प्राकृतिक सामग्री के साथ खेलने का अनुभव भी प्रदान करता है।
उद्देश्य:- (1) मिट्टी से खिलौने बनाना सीख सकेगें। (2) मिट्टी से बने बर्तनों एवं खिलौनो से परिचित हो सकेगें। (3) व्यावसायिक एवं कला के दृष्टिकोण से मिट्टी की उपयोगिता समझ सकेगें।
सामग्री :- चिकनी मिट्टी, पानी, धातु का तार, रंग, ब्रश, पॉलीथीन।
विधिः-
मिट्टी तैयार करना 4-5 विद्यार्थियों के समूह बनाकर उनको स्थानीय मिट्टी छलनी से किसी बर्तन में छानने के लिए दें। अब इस छानी हुई मिट्टी में आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर आटे की तरह गूंथ लें तथा कुछ घण्टों के लिए पालीथीन से ढ़क कर रख दें। कुछ समय बाद मिट्टी का लचीला पेस्ट तैयार हो जाएगा।
खिलौने बनाना विद्यार्थियों को तैयार मिट्टी के पेस्ट से कुछ मात्रा में मिट्टी अभ्यास के लिए दे तथा अपनी के पसन्द के ज्याामितीय आकार, खिलौने और छोटे बर्तन बनाने को कहें। शुरूआत में अध्यापक स्वयं कोई आकार या खिलौना बनाकर दिखाएँ। बड़े खिलौने या आकृतियाँ बनाने के लिए धातु के तार का ढाँचा बनाकर उपयोग में ले सकते है। अच्छी तरह से सूखने पर मिट्टी के खिलौनों को सजाने के लिए विभिन्न रगों का उपयोग कर सकते है। विद्यार्थियों को अपनी पसन्द के रंगों से खिलौने को चित्रित करने का अवसर दें।
- ग्रीटिंग कार्ड बनाना ग्रीटिंग कार्ड विशेष अवसरों जैसे जन्मदिन, विवाह, उत्सव और अन्य समारोहों की शुभकामनाएं देने का माध्यम है। ये कार्ड सामान्यतः रंगीन कागज या कार्डशीट से बनाए जाते है और इस पर छवियों, आकृतियों या अन्य चित्रों का उपयोग किया जाता है। इनकों हम खुद भी आसानी से पुराने कार्ड शीट, चार्ट तथा अन्य घरेलू सामग्री से भी बना सकते है।
- उद्देश्य :-
(1) अनुपयोगी कार्ड, पेपर के माध्यम से उपयोगी सामग्री का निर्माण कर सकेगें (2) विद्यार्थियों की रचनात्मकता में अभिवृद्धि करना।
- सामग्री: चार्ट पेपर या कार्ड शीट व अन्य निमंत्रण कार्ड, गोंद, रंगीन कागज, स्केच कलर, पेंसिल, कैंची।
- विधिः-
(1) सबसे पहले आवश्यकतानुसार चार्ट पेपर या कार्ड शीट का आयताकार
टुकड़ा काट लें और बीच में से फोल्ड करें ताकि एक दोहरी सतह का कार्ड बनें। (2) पुरानी मेगजीन या पैकिंग आदि के बॉक्स से सुन्दर डिजाइन आदि काट कर ग्रीटिंग कार्ड के बाहरी भाग पर चिपका सकते है।
(3) अपने कार्ड को और भी आकर्षक बनाने के लिए रंगीन कागज के छोटे फूल या डिजाइन काटकर उन्हें ग्रीटिंग कार्ड पर चिपका दें। स्पेशल स्टिकर्स और इमोजी, ग्लिटर पेन का उपयोग भी कर सकते है। (4) अपनी भावनाओं को सही ढ़ग से व्यक्त करने के लिए सुन्दर राइटिंग में
स्केच कलर से ग्रीटिंग कार्ड में कोई विशेष सन्देश लिखें। (5) इस प्रकार आपका ग्रीटिंग कार्ड बनकर तैयार हो जायेगा जिसे आप अपने प्रियजनों के साथ साझा करें जो उनके लिए एक अद्वितीय और व्यक्तिगत तोहफा बन सकता है।
>>शिक्षा सप्ताह 2024 षष्ठम दिवस-27 जुलाई (शनिवार) >> थीम-Eco Clubs for Mission LiFE Day
‼️उक्त दिवस की गतिविधि का आयोजन 07 अगस्त को सम्पूर्ण राज्य में विशाल स्तर पर आयोजित की जावेगी।‼️
>> शिक्षा सप्ताह 2024 सप्तम दिवस 5 अगस्त
(रविवार)
>>शिक्षा सप्ताह 2024 सप्तम दिवस थीम- Community Involvement Day(Including Tithi Bhojan, Vidyanjali etc.)
- शिक्षा सप्ताह के अन्तिम दिवस में समुदाय को विद्यालय से जोड़ने के लिए विद्यार्थियों की रैली का आयोजन किया जावें जिसमें विद्यालय में सहयोग करने हेतु पोस्टरों का प्रदर्शन किया जावें।
- एसएमसी / एसडीएमसी की मीटिंग आयोजित की जावें। इस मीटिंग में स्कूल
परिक्षेत्र के भामाशाह / Volunteers एवं पूर्व छात्रों को अधिक से अधिक आमंत्रित
किया जावें। इस मीटिंग में विद्यालय विकास की संभावनाओं को तलाशते हुए सभी सदस्यों को अधिक सहयोग करने हेतु प्रेरित किया जावें।
- विद्यालय के सूचना पट्ट पर सभी भामाशाहों / Volunteers के नाम अंकित किये जावें।
- विद्यालय में सहयोग करने वाले सभी भामाशाहों / Volunteers को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जावे।
- सभी को विभाग द्वारा संचालित ज्ञान संकल्प पोर्टल के बारे में बताते हुए पोर्टल के माध्यम से अधिक से अधिक सहयोग करने हेतु प्रेरित किया जावें। फेसबुक / व्हाट्सऐप ग्रुपों के माध्यम से स्कूल का प्रचार-प्रसार किया जावें।
- बच्चों की पोस्टर प्रतियोगिता आयाजित किये जाये जिसका विषय “भामाशाह / Volunteers बनो अभियान” हो।
- भाग लेने वाले विद्यार्थियों व सभी सदस्य, कार्मिकों एवं फोटोग्राफ्स की सूचना से विभाग को उपलब्ध करावें।
नोट-
शिक्षा सप्ताह के सबंध में संलग्न निर्देशों की पालना की जावें। आयोजन के सफल संचालन हेतु आपसी समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय स्तर पर आयोजित गतिविधियो के छाया चित्र एवं रिपोर्ट का संकलन करना सुनिश्चित करें।
‼️परिषद् के आदेश में संलग्न रिपोर्ट प्रारूप में प्रतिवेदन तैयार कर अपने उच्च अधिकारी महोदय को भिजवाना है।‼️
नोट- प्रश्नोत्तरी बनाते समय पूर्ण ध्यान रखा गया है फिर भी राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा जारी निर्देश सर्वमान्य होगें।
धन्यवाद
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