प्रखर राजस्थान कार्यक्रम

प्रखर राजस्थान कार्यक्रम

> विद्यार्थियों में पढ़ने के प्रति अभिरूचि एवं पठन कौशल को विकसित करने हेतु “PRAKHAR RAJASTHAN” (Proficiency in Reading and Numeracy with Knowledge & Holistic Advancement in Rajasthan) कार्यक्रम का आयोजन कक्षा 1 से 8 में अध्ययनरत विद्यार्थियों हेतु कक्षा कक्षीय प्रक्रियाओं के दौरान किया जाना है।

  • कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों में पठन कौशलों की प्रवाहशीलता का विकास करना।
  • पठन कौशल के माध्यम से अवधारणाओं पर समझ विकसित करना।
  • पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं अवधारणाओं की समझ हेतु प्रेरक, अनुकूल वातावरण का निर्माण करना।
  • पठन कौशल हेतु उपलब्ध पुस्तकों, संसाधनों के अधिकतम उपयोग हेतु अवसर प्रदान करना।
  • स्थानीय भाषा में रोचक कहानियां, गीत इत्यादि को कक्षा कक्षीय गतिविधियों में शामिल करने के अवसर प्रदान करना।

> “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम क्या और क्यों ? :-

  • बच्चों में पढ़ने व लिखने की मूलभूत संक्रियाओं की क्षमताओं को विकसित करते हुए अपनी कक्षा के स्तरानुरूप लाने का एक सुनियोजित प्रयास है।

इस हेतु राज्य के समस्त विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों के पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं समझ विकसित करने हेतु यह कार्यक्रम चलाया जाना है।

“प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम दिनांक 09 सितम्बर 2024 से 02 अक्टूबर 2024 तक समस्त राजकीय विद्यालयों में आयोजित किया जायेगा।

  • इस कार्यक्रम अन्तर्गत वे विद्यार्थी जिन्हें पढ़ने में कठिनाई महसूस होती है या अटक अटक कर पढ़ते है के साथ सघन रूप से गतिविधियां कराते हुए पठन कौशलों का विकास किया जाना है।
  • विद्यार्थियों के पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं समझ के विकास हेतु शिक्षक, माता-पिता एवं समाज के स्वयं सेवकों (Volunteer) की मदद से पठन कौशल हेतु गतिविधियां संचालित की जानी है।
  • “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम हेतु विद्यार्थियों के लिए उत्सुकता और उत्साह का माहौल निर्माण कर प्रति दिवस गतिविधियों का संचालन किया जाना है। (परिशिष्ट-1)
  1. राज्य – माननीय शिक्षा मंत्री महोदय द्वारा “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम का शुभारम्भ
    9 सितम्बर 2024
  2. जिला, ब्लॉक स्तर -अति. जिला परियोजना समन्वयक, समस्त जिले अपने-अपने जिला, ब्लॉक स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ।
    9 सितम्बर 2024
  1. पीईईओ, यूसीईईओ- समस्त पीईईओ, यूसीईईओ स्तर पर निपुण मेले का आयोजन (पूर्व में जारी निपुण मेला दिशा निर्देशानुसार)
    2 अक्टूबर 2024

> कार्यक्रम क्रियान्वयन हेतु समयसारणी

नोट – समय सारणी अनुसार आयोजित होने वाली गतिविधियों पर समझ विकसित करने के लिए कार्यक्रम से पूर्व (दिनांक 06/09/2024 ) को वीसी के माध्यम से जानकारी प्रदान करने हेतु पृथक से सूचना जारी की जायेगी।

> 1.पठन सप्ताह – 9 से 13 सितम्बर 2024

> कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक दिवस में “Read-A- Thon” का आयोजन किया जाए। जिसमें 7वें कालांश में विद्यार्थियों के पठन के प्रवाह कौशल एवं समझ विकसित करने हेतु कार्य कराना।

10 सितम्बर 2024

  • “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम अन्तर्गत विद्यार्थियों में पठन कौशलों के विकास हेतु नियमित रूप से गतिविधियों का आयोजन करना।
  • राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को विशेष रूप से पठन हेतु प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक गतिविधियां नियोजित कराना।
  • विद्यार्थियों को स्तर के अनुसार पठन सामग्री / पुस्तकें उपलब्ध कराना।
  • पंचायती राज विभाग अधीनस्थ विभागों के अधिकारियों, सरपंचों, वार्ड सदस्यों, इत्यादि से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम में आवश्यक सहयोग प्राप्त करना।

जागरूकता अभियान और बैठकों का आयोजन कर समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना।

अभिवावक और समुदाय के सदस्यों को घर और समुदाय में पढ़ाई के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए प्रोत्साहित करना।

विद्यालयों का भ्रमण कर अभियान की प्रगति का निरीक्षण करना और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को रिपोर्ट करना।

  • पूर्व में जारी आदेश क्रमांक 7285355 दिनांक 17.05.2024 के अतिक्रमण में निपुण मेला आयोजन माह में परिवर्तन कर दिनांक 2 अक्टूबर 2024 नियत की जाती है। तद्‌नुसार निपुण मेला का आयोजन निर्धारित दिशा निर्देशानुसार किया जाए।
  • विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने और उसका समर्थन करने के लिए विभिन्न हितधारकों, गैर सरकारी संगठनों, अभिभावकों के साथ पढ़ने को बढ़ावा देना।
  • विद्यार्थियों को स्थानीय भाषा में पढ़ने एवं कहानी सुनने हेतु अवसर प्रदान करना।
  • छात्रों को पुस्तकें घर ले जाने और अपने परिवार के साथ पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • अभिवावकों को पठन सत्रों में आमंत्रित कर और उन्हें घर पर अपने बच्चों की पढ़ाई में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर अभियान में शामिल करना।
  • स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ सहयोग कर पठन सत्रों में सहायता प्राप्त करना।

-“प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु आवश्यकता होने पर निपुण मेले के आयोजन हेतु आवंटित राशि का उपयोग किया जा सकता है, अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होने पर एसडीएमसी / एसएमसी में प्रस्ताव पारित कराकर विद्यालय ग्राण्ट की राशि का उपयोग किया जा सकता है।

-सामुदायिक गतिविधियों के आयोजन के समय स्थानीय परिस्थितियों, मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यक तैयारी की जावे।

भाग चन्द स्वामी “रसाल”

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