प्रखर राजस्थान कार्यक्रम
“प्रखर राजस्थान” (Read to Lead)
> राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् के आदेश क्रमांकः- रा. स्कू.शि.प./ जय/गुणवत्ता/2024-25/10187957 दिनांक 2/9/24
> राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अभिशंषाओं के क्रम में प्रारम्भिक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने को प्रमुख रूप से रेखांकित किया गया है।
> इस हेतु स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग भारत सरकार द्वारा 05 जुलाई 2021 को निपुण भारत मिशन प्रारम्भ किया गया।
> जिसके तहत् 3 से 8 वर्ष आयुवर्ग के सभी विद्यार्थियों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
> शिविरा पंचांग 2024-25 में कक्षा 1-2 एवं 3-8 के विद्यार्थियों हेतु पठन कौशल में प्रवाहशीलता एवं पठन की समझ में सुधार हेतु कार्ययोजना बनाई गई है।
> जिसमें कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों में पढ़ने की प्रवाहशीलता में वृद्धि एवं पढ़ने की स्वस्थ आदत के विकास हेतु विद्यालयी समय सारणी में प्रत्येक दिवस के सातवें कालांश को रीडिंग पीरियड के रूप में निर्धारित किया गया है।
> विद्यार्थियों में पढ़ने के प्रति अभिरूचि एवं पठन कौशल को विकसित करने हेतु “PRAKHAR RAJASTHAN” (Proficiency in Reading and Numeracy with Knowledge & Holistic Advancement in Rajasthan) कार्यक्रम का आयोजन कक्षा 1 से 8 में अध्ययनरत विद्यार्थियों हेतु कक्षा कक्षीय प्रक्रियाओं के दौरान किया जाना है।
> “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम के उद्देश्य :-
- कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों में पठन कौशलों की प्रवाहशीलता का विकास करना।
- पठन कौशल के माध्यम से अवधारणाओं पर समझ विकसित करना।
- पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं अवधारणाओं की समझ हेतु प्रेरक, अनुकूल वातावरण का निर्माण करना।
- पठन कौशल हेतु उपलब्ध पुस्तकों, संसाधनों के अधिकतम उपयोग हेतु अवसर प्रदान करना।
- स्थानीय भाषा में रोचक कहानियां, गीत इत्यादि को कक्षा कक्षीय गतिविधियों में शामिल करने के अवसर प्रदान करना।
> “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम क्या और क्यों ? :-
- बच्चों में पढ़ने व लिखने की मूलभूत संक्रियाओं की क्षमताओं को विकसित करते हुए अपनी कक्षा के स्तरानुरूप लाने का एक सुनियोजित प्रयास है।
इस हेतु राज्य के समस्त विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों के पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं समझ विकसित करने हेतु यह कार्यक्रम चलाया जाना है।
“प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम दिनांक 09 सितम्बर 2024 से 02 अक्टूबर 2024 तक समस्त राजकीय विद्यालयों में आयोजित किया जायेगा।
- इस कार्यक्रम अन्तर्गत वे विद्यार्थी जिन्हें पढ़ने में कठिनाई महसूस होती है या अटक अटक कर पढ़ते है के साथ सघन रूप से गतिविधियां कराते हुए पठन कौशलों का विकास किया जाना है।
- विद्यार्थियों के पठन कौशल की प्रवाहशीलता एवं समझ के विकास हेतु शिक्षक, माता-पिता एवं समाज के स्वयं सेवकों (Volunteer) की मदद से पठन कौशल हेतु गतिविधियां संचालित की जानी है।
- “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम हेतु विद्यार्थियों के लिए उत्सुकता और उत्साह का माहौल निर्माण कर प्रति दिवस गतिविधियों का संचालन किया जाना है। (परिशिष्ट-1)
> इस कार्यक्रम अन्तर्गत निम्नानुसार गतिविधियों का वर्गीकृत किया गया है-
> घटक-1: कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों के लिए गतिविधियां
> घटक-2 कक्षा 6 से 3 के विद्यार्थियों के लिए गतिविधियां
> घटक-3: प्रेरक गतिविधियां
> घटक-4 : समुदाय के लिये गतिविधियां
> “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम के क्रियान्वयन के प्रमुख चरण
- राज्य – माननीय शिक्षा मंत्री महोदय द्वारा “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम का शुभारम्भ
9 सितम्बर 2024 - जिला, ब्लॉक स्तर -अति. जिला परियोजना समन्वयक, समस्त जिले अपने-अपने जिला, ब्लॉक स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ।
9 सितम्बर 2024
3.- पीईईओ, युसीईईओ, विद्यालय स्तर कार्यक्रम के शुभारम्भ के प्रथम दिवस में “Read-A-Thon” का समस्त विद्यालयों में आयोजन (परिशिष्ट-2 के अनुसार)
9 सितम्बर 2024
- पीईईओ, यूसीईईओ- समस्त पीईईओ, यूसीईईओ स्तर पर निपुण मेले का आयोजन (पूर्व में जारी निपुण मेला दिशा निर्देशानुसार)
2 अक्टूबर 2024
> कार्यक्रम क्रियान्वयन हेतु समयसारणी
नोट – समय सारणी अनुसार आयोजित होने वाली गतिविधियों पर समझ विकसित करने के लिए कार्यक्रम से पूर्व (दिनांक 06/09/2024 ) को वीसी के माध्यम से जानकारी प्रदान करने हेतु पृथक से सूचना जारी की जायेगी।
> 1.पठन सप्ताह – 9 से 13 सितम्बर 2024
> कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक दिवस में “Read-A- Thon” का आयोजन किया जाए। जिसमें 7वें कालांश में विद्यार्थियों के पठन के प्रवाह कौशल एवं समझ विकसित करने हेतु कार्य कराना।
10 सितम्बर 2024
> पुस्तकालय दिवस का आयोजन इसके अन्तर्गत अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों के साथ-साथ समस्त विद्यार्थियों को पुस्तके पठने हेतु आवंटित की जाए।
> 2.पठन सप्ताह -14 से 21 सितम्बर 2024
> कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक दिवस में “Read-A- Thon” का आयोजन किया जाए। जिसमें 7 वें कालांश में विद्यार्थियों के पठन के प्रवाह कौशल एवं समझ विकसित करने हेतु कार्य कराना।
14 सितम्बर 2024
> हिन्दी दिवस सप्ताह का आयोजन करना (इस हेतु पृथक से दिशा निर्देश जारी किये जायेंगे)
>3. पठन सप्ताह – 23 से 28 सितम्बर 2024
> कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक दिवस में “Read-A- Thon” का आयोजन किया जाए। जिसमें 7 वें कालांश में विद्यार्थियों के पठन के प्रवाह कौशल एवं समझ विकसित करने हेतु कार्य कराना।
23 सितम्बर 2024
> कहानी सुनाना शिक्षक और समुदाय द्वारा विद्यार्थियों को कहानी
> शिक्षा में महत्व, पठन कौशल के विकास की अवधारणा को दर्शाते हुए रोल प्ले का आयोजन।
27 सितम्बर 2024
> डिजिटल सामग्री दिवस डिजिटल माध्यम से विद्यालयों में विद्यार्थियों को कहानी, कविता सुनाना
> 4.पठन सप्ताह-30 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2024
> कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक दिवस में” “Read-A- Thon” का आयोजन किया जाए। जिसमें 7 वें कालांश में विद्यार्थियों के पठन के प्रवाह कौशल एवं समझ विकसित करने हेतु कार्य कराना।
01 अक्टूबर 2024
> शिक्षक अभिभावक एवं विद्यार्थियों के समन्वय से स्थानीय भाषा के लोक गीतो का प्रस्तुतिकरण।
02 अक्टूबर 2024 (अमावस्या)
> 1. निपुण मेले का आयोजन (पूर्व में जारी दिशा निर्देशानुसार)
>2. पठन कौशल की समझ हेतु समुदाय की सहभागिता हेतु वार्ताओं का आयोजन। (कम्यूनिटी कैंपेन एक्टिविटी)
> “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम अन्तर्गत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण : –
> कक्षा 1 से 2
> बुनियादी साक्षरता कौशलों से सम्बन्धित गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। जिसमें शिक्षक गीत, कविता, कहानी सुनाना, चित्रों पर खुली चर्चा, आस-पास की वस्तुओं, अनुभव पर कल्पनात्मक चर्चा, ध्वनी जागरूकता के खेल, डिकोडिंग, वाक्य पठन, डिकोडेबल टेक्स्ट / सरल और छोटी कहानियाँ, शामिल हैं।
> इन गतिविधियों को खेल और रोचक तरीकों के माध्यम से पठन व लेखन कौशलों के अभ्यास हेतु प्रतिदिन किया जाएगा। साथ ही स्थानीय भाषा में पठन कार्य आयोजित किया जाए।
> कक्षा 3 से 5
> गतिविधियां पठन कौशल, पढ़ने की प्रवाह और समझने की क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित होंगी।
> गतिविधियों में मार्गदर्शित पठन सत्र, कहानी सुनाना, और पुस्तक आधारित चर्चाएं शामिल होंगी, जो बच्चों को पाठ के महत्व को समझने में मदद करेंगी। साथ ही स्थानीय भाषा में पठन कार्य आयोजित किया जाए।
> कक्षा 6 से 8
> गतिविधियां पठन कौशल जैसे कि समालोचनात्मक चिंतन, विश्लेषण पर आधारित होंगी
> ऐसी गतिविधियाँ स्वतंत्र पठन, पुस्तक समीक्षा, और समूह चर्चाओं को प्रोत्साहित करेंगी ताकि बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि और पाठ के साथ समालोचनात्मक चिंतन को बढ़ावा मिल सके। साथ ही स्थानीय भाषा में पठन कार्य आयौजित किया जाए।
> पीईईओ /यूसीईईओ, विद्यालय स्तर के कार्य एवं दायित्व :-
- “प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम अन्तर्गत विद्यार्थियों में पठन कौशलों के विकास हेतु नियमित रूप से गतिविधियों का आयोजन करना।
- राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को विशेष रूप से पठन हेतु प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक गतिविधियां नियोजित कराना।
- विद्यार्थियों को स्तर के अनुसार पठन सामग्री / पुस्तकें उपलब्ध कराना।
- पंचायती राज विभाग अधीनस्थ विभागों के अधिकारियों, सरपंचों, वार्ड सदस्यों, इत्यादि से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम में आवश्यक सहयोग प्राप्त करना।
जागरूकता अभियान और बैठकों का आयोजन कर समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना।
अभिवावक और समुदाय के सदस्यों को घर और समुदाय में पढ़ाई के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
विद्यालयों का भ्रमण कर अभियान की प्रगति का निरीक्षण करना और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को रिपोर्ट करना।
- पूर्व में जारी आदेश क्रमांक 7285355 दिनांक 17.05.2024 के अतिक्रमण में निपुण मेला आयोजन माह में परिवर्तन कर दिनांक 2 अक्टूबर 2024 नियत की जाती है। तद्नुसार निपुण मेला का आयोजन निर्धारित दिशा निर्देशानुसार किया जाए।
- विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने और उसका समर्थन करने के लिए विभिन्न हितधारकों, गैर सरकारी संगठनों, अभिभावकों के साथ पढ़ने को बढ़ावा देना।
- विद्यार्थियों को स्थानीय भाषा में पढ़ने एवं कहानी सुनने हेतु अवसर प्रदान करना।
> विद्यालय स्तरीय कार्य एवं दायित्व : –
सभी शिक्षक अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और अपनी दैनिक कक्षाओं में पठन गतिविधियों को शामिल करें, यह सुनिश्चित करना।
विद्यार्थियों को विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं, पढ़ने तथा मनोरंजक गतिविधियों में भाग लेने के अवसर प्रदान करना।
कहानी सुनाने, पठन प्रतियोगिताओं और समूह पठन जैसी मजेदार और इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को पठन के लिए प्रेरित करना।
- छात्रों को पुस्तकें घर ले जाने और अपने परिवार के साथ पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना।
- अभिवावकों को पठन सत्रों में आमंत्रित कर और उन्हें घर पर अपने बच्चों की पढ़ाई में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर अभियान में शामिल करना।
- स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ सहयोग कर पठन सत्रों में सहायता प्राप्त करना।
छात्रों की पठन प्रगति की नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रिकॉर्ड संधारण करना।
प्रगति और चुनौतियों के बारे में पंचायत/ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को रिपोर्ट करना और आवश्यकतानुसार सहयोग प्राप्त करना।
विद्यार्थियों से पढ़ने के महत्व पर चर्चा करने के लिए लेखकों, प्रकाशकों, पुस्तक विक्रेताओं, शिक्षकों और अभिभावकों के मध्य समन्वय स्थापित करना।
-“प्रखर राजस्थान” कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु आवश्यकता होने पर निपुण मेले के आयोजन हेतु आवंटित राशि का उपयोग किया जा सकता है, अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होने पर एसडीएमसी / एसएमसी में प्रस्ताव पारित कराकर विद्यालय ग्राण्ट की राशि का उपयोग किया जा सकता है।
-सामुदायिक गतिविधियों के आयोजन के समय स्थानीय परिस्थितियों, मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यक तैयारी की जावे।
नोट – विस्तृत दिशा-निर्देश हेतु परिषद् का आदेश पढें।
‼️ सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ ‼️
धन्यवाद
भाग चन्द स्वामी “रसाल”
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